बांग्लादेश से ही बड़ा खुलासा हुआ है 

 कि बांग्लादेश की धरती ज्वाला के पीछे ISI की सूची एक नहीं दो नहीं बल्कि चार-चार मुल्कों में बैठकर लिखी गई है|  यह खून खराब है यह लूट पार्ट यह तोड़फोड़ और तबाह होते मूल की तस्वीर ले जाने वाली भीड़ बांग्लादेश की ऐसी हालत करने वाले दोनों नापाक पड़ोसियों पर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है
खुलासा हुआ है कि कैसे इस लंदन में बांग्लादेश से शेख हसीना को दरबदर करने और बांग्लादेश को सुलझाने की साजिश रची गई जिस मुल्क में शरण पाने के लिए शेख हसीना को अनुमति का अभी तक इंतजार के सबसे पहले बीज बोए गए लंदन में जहां सत्ता परिवर्तन की पहले विस्तृत योजना बनाई गई बैठक में बांग्लादेश में आज फिरता और सरकार गिराने के लिए विरोध प्रदर्शनों को हथियार बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई जिनमें हर बैठक की नुमाइंद की बांग्लादेश के पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारीख की तारीख पर पहले भी देश को अस्थिर करने की आप लग चुके हैं इसकी स्क्रिप्ट चाचा मुल्कों में बैठकर लिखी गई है लेकिन अभिषेक हसीना को बेदखल करने में आखिर किसका हाथ है


यह भी आप जान लीजिए यहां पर बढ़ता जा रहा है पाकिस्तान में इस्लामी को सपोर्ट दिया गया और इसी जमाते इस्लामी ने बांग्लादेश के पीछे पूरी फंडिंग उसने की थी क्योंकि चीन को अपने हित बांग्लादेश में साधने थे और जो शेख हसीना थी वह भारत का भी ख्याल रखती थी भारत के साथ भी संतुलन बनाकर के चलती थी लेकिन चीन जाता था कि उसकी कठपुतली सरकार बने लिहाजा उसने यहां तक का पलट को फंडिंग की है आंदोलनकारी की तारीफ की अगर हम अमेरिका की बात करें तो ठंडी प्रतिक्रिया अभी तक छुट्टी इस्लामी इसी से जुड़ा हुआ है जो की लगातार इस वक्त बांग्लादेश के अंदर सक्रिय बहुत ज्यादा नजर आ रहा है


अमेरिका :- चक शुमर ने आंदोलन को वैध करार दिया  


  • बिल्कुल और इन सब के बीच अमेरिका के सांसदचक्र ने आंदोलन को वैध कर दिया है उसे आंदोलन जिसमें सैकड़ो लोगों की हत्या कर दी गई है लोगों को जिंदा जलाया जा रहा है
  •  वहां के एक सांसद जो है इसे लोकतंत्र के नाम पर विद्या आंदोलन करार दे रहे हैं



पाकिस्तान:- जनवरी में हुए चुनाव ने ISI ने फंडिंग की

            जबकि पाकिस्तान उसने जनवरी में हुए चुनाव में इसी ने फंडिंग की थी जमाते इस्लामी की और बीएनपी को भी सपोर्ट दिया जबकि चीन तख्ता पलट के बाद उसका दखल बांग्लादेश में बढ़ सकता है और उसके जो कारोबारी फायदे हैं वह वहां पर वह हासिल कर सकता है तो शरण मांगने पर सकारात्मक जवाब अभी तक अमेरिका की तरफ से सामने नहीं आया है

 पाकिस्तान की बात करें तो ढाका स्थित ऊंचाइयों के जरिए फंडिंग और भारत के खिलाफ चीन की साजिश क्या यह हो सकती है इसी वजह से चीन पर भी बहुत ज्यादा शक है क्योंकि ट्रेन की व्यवस्था नीति रही है उसके तहत अब अपना जो दखल है चीन बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद बढ़ा सकता है अमेरिका और बांग्लादेश की जो सी है इनके बीच अच्छे संबंध हैं




  • वहीं पाकिस्तान की बात की जाए तो शेख हसीना के बेटे ने कहा कि बांग्लादेश अगला पाकिस्तान बनेगा और इसी से समझा जा सकता है कि किस कदर पाकिस्तान ने यहां पर यह पूरी साजिश रची है

चीन :- तख्तापलट के बाद दखल  बढ़ सकता है

  •  जबकि चीन की बात करें तो 1971 के बाद से ही बांग्लादेश पर उसकी नजर थी


TDFNEWS                                                                                                           KISHAN JANGU